नमस्कार, आत्मप्रिय अनुजो व आदरणीय अग्रजो
हमारे किरार धाकड़ समाज की वर्तमान स्थिति ..
जरूरतों .. समस्यायों ..
निराकरण के उपायों ..
नवीन उपादानों इत्यादि पर हमें गंभीरता से विचार करना होगा और सुदृढ़ प्रयास करने होंगे।
वरना इतिहास में हम एक चारण और भाटों का समाज बनकर रह जाएंगे!!
हमे एकीकृत आधुनिक सशक्त व क्रांतिकारी संगठन स्थापित करना होगा जो समाज के बेसहारा व कमजोर वर्ग के प्रति जिम्मेवार हो और चहुंमुखी प्रगति हेतु प्रतिबद्ध!
साथियो, मेरी इस बात का यह कतई अर्थ नहीं कि हम एक और नया संगठन खड़ा कर दें!
नहीं!!
संगठनों और पदाधिकारियों से तो समाज पहले से ही पीड़ित-शोषित है!!
आवश्यकता है तो यह कि हम अपने मूल संगठन 'अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा' में सुधार करें..
गुटवाजी और व्यक्तिवाद से मुक्त होकर सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं व नेताओं को जोड़कर उसे पुष्ट करें..
दलगत राजनीति का अड्डा बनने से रोकते हुए समाज-हित और न्याय के मुद्दों पर अड़ने-लड़ने वाला शक्तिशाली संगठन बना दें..
मित्रो, मेरी यह अपील सभी से है..
समय निकलता जा रहा है..
हम झूठी तारीफों..वाहवाहियों.. प्रचार और स्वागत सत्कार में लगे हैं!
अब तो जागो..
अब तो समझो..
अब तो एकजुट होकर कुछ कर डालो..
वर्ना आने वाली पुश्तें व सामाजिक इतिहास हमे कभी माफ नहीं करेगा!
रणनीति..
तय करेंगे, आप और हम सभी मिल-बैठकर गांव, शहर व हर जिले में!
जय धाकड़ किरार समाज!
सादर-सप्रेम-शुभेक्षु,
आपका, शैलेंद्र पटेल
There are 8 comments on this post
good..
Reply 25th Jul 2017good
Reply 31st Jul 2017bhut achya
Reply 14th Aug 2017Sir,completely agreed with your precious opinion. Problem lies in our orthodox mentality and rigidness to adapt the liberalism but,we have to eliminate our differences. the time has came to reunite once again,strengthen our community and make it great. wish you all very happy and prosperous darnidaran jayanti.
Reply 14th Aug 2017good
Reply 14th Aug 2017bahut Acha
Reply 29th Aug 2017good
Reply 29th Aug 2017good
Reply 11th Oct 2017Please Login to Post Comment !